भारत ज्योति ने विश्व उपभोक्ता दिवस के अवसर पर लखनऊ कैंसर अस्पताल, ऑडिटोरियम, जियामऊ में समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर श्री विक्रम राय, सेवानिर्वित्त वरिष्ठ निदेशक, जी. एस. आई. ने "स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के माध्यम से उपभोक्ताओं को सशक्त बनाना" विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ एस. एस. डंग पूर्व मंत्री, वन और पी. डब्लू. डी. की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए। श्री विजय आचार्य, संस्थापक अध्यक्ष ने आज के विषय पर अपने विचार रखे और कार्यक्रम का सुचारु संचालन किया।
विक्रम राय ने बताया कि दुनिया में औद्योगिक क्रान्ति के उपरांत फैक्टरियों और गाड़ियों से निकलने वाले कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन प्रत्याशित रूप से बहुत बढ़ा है जिसके प्रतिकूल प्रभाव से ग्लोबल वार्मिंग का अभूतपूर्व संकट आ गया है। जलवायु परिवर्तन का तात्पर्य पृथ्वी की जलवायु में दीर्घकालिक परिवर्तनों से है, जिसमें तापमान, वर्षा के पैटर्न और समुद्र के स्तर में परिवर्तन शामिल हैं। पेरिस वैश्विक समझौता, 2013 में तथाकथित "सर्वसम्मति" के आधार पर 2015 में संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) द्वारा अपनाया गया था, जिसकी आम सहमति उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर हुई थी जिसके अंतर्गत गाड़ियों और फैक्टरियों से निकलने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम करना है। सर्वसम्मति के मॉडल के आधार पर आईपीसीसी का लक्ष्य ग्लोबल वार्मिंग को पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे तक सीमित करना है और वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के प्रयासों को आगे बढ़ाना है। कार्यक्रम की मेज़बानी श्री हंसराज जैन ने तथा आभार, श्री आरके पोरवाल ने व्यक्त किया। |